What Happens to Maratha’s after panipat third war : फीनिक्स पंछी जब मर जाता है तब वो फिर से जन्म लेता है। वैसा ही कुछ मराठा साम्राज्य के साथ हुआ। उत्तर बहुत बड़ा है, शॉर्ट में बताऊं तो पेशवा माधवराव ने दोबारा से मराठा साम्राज्य की शान को प्रस्थापित किया। फिर सवाई माधवराव और बाजीराव द्वितीय तक पेशवाई और मराठा साम्राज्य खतम हो चुका था।
- केवल 15,000 मराठा सैनिक ग्वालियर पहुंच पाए। अन्य या तो मारे गए या पकड़ लिए गए।
- जल्द ही खबर अब्दाली तक पहुंच गई कि मराठा 1,00,000 सेना के साथ दिल्ली की ओर जा रहे थे।
- अब्दाली मुगल शाह आलम द्वितीय को भारत के बादशाह के रूप में नियुक्त करने के बाद भाग गया।
- नानासाहेब की मृत्यु के बाद सोलह वर्षीय माधवराव को मराठा साम्राज्य का पेशवा बनाया गया।
- नानासाहेब के भाई रघुनाथराव को प्रशासनिक मामलों में उनकी सहायता करनी थी।
- १७६२ में, माधवराव ने कर्नाटक पर विजय प्राप्त की और हैदर अली को वहा से भगा दिया लेकिन रघुनाथराव ने माधवराव की बढ़ती ताकत को देख कर हैदर अली से समझौता कर लिया।
- निज़ाम के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर कर के माधवराव वापस लौट आए।
- माधवराव के काल में रघुनाथराव और उनके बीच बहुत झगड़े और युद्ध हुए क्योंकि रघुनाथराव पेशवा बनना चाहते थे।
न्याय पालिका
भ्रष्ट और सुस्त अधिकारियों को आँगन में कोडो से मारा जाता था। न्यायिक प्रणाली निष्पक्ष और विश्वासपूर्वक राम शास्त्री द्वारा प्रबंधित थी। नागरिकों के कल्याण के लिए राजस्व के उपयोग को अधिकतम किया गया। तोपखाने और हथियारों को लगातार उन्नत किया गया और साम्राज्य की ताकत को उच्च मानकों पर बनाया रखा।

Shiva Ji Biography In hindi
माधव राव कि निज़ाम पे कब्ज़ा What Happens to Maratha’s after panipat third war
- माधवराव ने फिर एक बार हैदर अली को हराया
- कर्नाटक की रानी वीरम्माजी और उनके बेटे हिरासत से छुड़ाया गया।
- माधवराव ने अंग्रेज़ो के दोस्ती के प्रस्तावों को नजरंदाज कर दिया।
- उन्होंने उब कर रघुनाथराव और रघुनाथराव के साथी सखाराम बापू को कैद में रखा।
- १७७२ में रघुनाथराव कैद से भाग गए और उसी साल माधवराव टीबी से चल बसे।
मराठा शासकवीर बाजीराव पेशवा प्रथम – Baji Rao Peshwa
माधवराव के बाद पेशवा कौन बनेगा ?
- नारायणराव माधवराव के भाई थे। जब वो पेशवा बने तब वो १७ साल के थे।
- तब तक रघुनाथराव काफी गुस्से में आ चुके थे क्योंकि उन्हें पेशवा बनना था।
- बहुत ज़्यादा मतभेदों के कारण रघुनाथराव को कैद में रखा गया।
- वहा से उन्होंने गरदियो को पत्र लिख कर नारायणराव की हत्या करवाई।
- कहां जाता है रघुनाथराव ने पत्र में नारायणराव को अपहरण करने को कहा था
- लेकिन उनकी पत्नी, आनंदीबाई, ने धमकाया और मारने को कह दिया।
- रघुनाथराव पेशवा बन गया लेकिन जब ये पता चला कि नारायणराव की पत्नी को लड़का हुआ
- रघुनाथराव को पेशवा पद से हटाया हटा दिया गया अंग्रेज़ कम्पनी के पास शरण लेकर भाग गए।
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नारायणराव के पुत्र : सवाई माधवराव
- नारायणराव के पुत्र सवाई माधवराव ( बारभाई )पेशवा बने।
- रघुनाथ राव के कहने पे अंग्रेज़ कम्पनी की सेना बारभाई के साथ युद्ध करने पहुंची लेकिन करार कर के चली गई ।
- रघुनाथराव पुर्तगालीइओं पास मदद करने गये लेकिन उन्हें वहा स्वीकारा नहीं गया।
- फिर अंग्रज कम्पनी ने तयारी कर के बारभाई पर हमला किया।
- बारभाई ने अंग्रेज़ो को पुणे के पास तलेेगाव में हरा दिया।
- सवाई माधवराव मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थे।
- उन्होंने शनिवारवाडा के छत से कूद के अपनी जान दे दी।
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बाजी राव पेशवा दवित्य
- नारायणराव का कोई और बच्चा नहीं था,
- पेशवापद रघुनाथराव के पुत्र बाजीराव द्वितीय के पास आ गया जो की असमर्थ और कायर था।
- इसी बीच यशवंतराव होळकर ने पुणे पर हमला कर दिया
- बाद में बाजीराव द्वितीय ने अंग्रेज़ कम्पनी को चाकण और खड़की में हराया।
- जब कम्पनी कि सेना बाजीराव के पीछे लगी, उसने शिंदे, होळकर और भोसले से मदत मांगी
- लेकिन जब पांच महीनों तक कोई नहीं आया, बाजीराव द्वितीय ने जॉन मॅल्कम के पास जा कर आत्मसमर्पण कर दिया।
- वहा से बाजीराव को कानपुर के पास भेजा गया जहां वो और ३३ साल जिया और पांच शादियां की।
- कहते है उसके पीछे नारायणराव का भूत लगा था। What Happens to Maratha’s after panipat third war
- इस ब्रह्महत्या के पातक को मिटाने के लिए उसने पंढरपुर और बनारस से पुरोहित बुलाए लेकिन भूत नहीं गया।
- १८५१ में बाजीराव द्वितीय मर गया और मराठा साम्राज्य खतम हो गया।