violence during durga puja procession – बिहार के मुंगेर में दशहरा पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान
हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच स्थानीय लोग घायल हो गए। खबरों के मुताबिक
विसर्जन में देरी होने पर पुलिस लोगो पर भड़क गई और लोगो और पुलिस के विच में झड़प शुरू हो गई
तथा फायरिंग भी हुई। घटना सोमवार देर रात बड़ी देवी की प्रतिमा विसर्जन के दौरान घटी है। बुधवार को
मुंगेर में मतदान होना है। चुनाव से ठीक पहले हुई इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए
हैं। violence during durga puja procession

मृतक के परिजनों का आरोप है कि गोली पुलिस ने चलाई जबकि पुलिस के मुताबिक कुछ शरारती
तत्वों ने जानबूझकर पथराव किया और गोली चलाई। पुलिस ने बताया कि इस झड़प में 17
पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। violence during durga puja procession
विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रशासन ने 26 अक्तूबर की शाम तक मूर्ति विसर्जन का आदेश दिया
था। पुलिस ने बताया कि मुंगेर में पंडित दीन दयाल चौक के पास शंकरपुर के मूर्ति विसर्जन के लिए
प्रशानस ने कहा। इसे लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों में कहासुनी हो गई। इतने में किसी ने फायरिंग
कर दी। पुलिस के मुताबिक गोली लगने से 18 वर्षीय अनुराग कुमार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
फायरिंग में पांच अन्य लोग भी घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए मुंगेर के सदर अस्पताल में भर्ती
कराया गया। violence during durga puja procession
वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की फायरिंग में युवक की मौत हुई है। घटना के बाद किसी
अनहोनी की आशंका को देखते हुए दीन दयाल चौक और आसपास के इलाके को पुलिस छावनी में
तब्दील कर दिया गया है। मुंगेर के डीएम राजेश मीणा ने कहा कि दुर्गा पूजा के विसर्जन के समय कुछ
शरारती तत्वों के द्वारा रोड़े बाजी की घटना हुई। इसके साथ ही पुलिस पर गोली चलाई गई। जिसकी
वजह से कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और एक व्यक्ति की मौत हो गई।
खबर के मुताबिक इस घटना के बाद भीड़ हिंसक हो गई और उसने पुलिस पर हमला कर दिया जिसमें
संग्रामपुर थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार, कोतवाली थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष
शैलेश कुमार समेत 17 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। violence during durga puja procession