swastikas and hitler

जर्मन तानाशाह हिटलर अपनी सेना में स्वास्तिक 卐 चिन्ह का इस्तेमाल क्यों करता था ?

जैन धर्म में स्वस्तिक चिन्ह : swastikas and hitler

जैन धर्म के इतिहास में तृतीय काल में भगवान आदिनाथ के समय से स्वस्तिक चिन्ह का प्रयोग के बारे में शोधकर्ताओं ने एवं जैन धार्मिक ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है सनातन काल से हिंदू धर्म की परंपरा चली आ रही है उसमें भी इसका उल्लेख मिलता है यह चिन्ह स्वस्तिक सास्वत है शुभ कार्यों एवं मांगलिक कार्यक्रमों में इस का प्रयोग किया जाता है। swastikas and hitler

स्वस्तिक चिन्ह के बारे एं हिटलर का क्या मानना था ? swastikas and hitler

तानाशाह हिटलर अपनी नाजी सेना का प्रमुख था वह सेना में प्रमुखता से स्वस्तिक चिह्न का इस्तेमाल करता था। स्वस्तिक चिन्ह के बारे में उसका ऐसा मानना था कि अगर उसके इस्तेमाल से उसकी सेना हमेशा अपराजित रहेगी एवं उसकी ही विजय निश्चित होगी । इसके अलावा भी अनेक कारण थे जिससे कि हिटलर पूरी तरह वाकिफ था।

शोधकर्ताओं को सिंधु घाटी एवं हड़प्पा की संस्कृति में भी स्वस्तिक चिन्ह के शामिल होने के अवशेष मिले हैं इससे यह साबित होता है स्वस्तिक चिन्ह सनातन काल से इसका शुभ कार्य एवं मांगलिक कार्यक्रम में इसका उपयोग होता होगा।

वर्तमान में जैन धार्मिक ग्रंथों में इस प्रकार का भी उल्लेख मिलता है कि जब सृष्टि का विनाश होगा तब यह स्वस्तिक चिन्ह नहीं अंत तक रहेगा। swastikas and hitler

हालांकि स्वस्तिक के बाeरे में बहुत सी जानकारियां हे कहा जाता है इसके बारे में अगर लिखना चाहे तो कई वर्ष लग जाएंगे।

Refrence : History Extra

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