Shankaracharya Against Morari Bapu : मुरारी बापू के विरोध की हवा पकड़ती जा रही है | एक विडियो Social Media में वायरल हो रही है | इस विडियो में शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी ने मुरारी बापू का विरोध किया है | मुरारी बापू अपने हिन्दू सत्संग में ” अली मौला ” का गुण गान करते हमेशा नजर आते हैं येही हिन्दू समाज विरोध कर रहा है की सत्सुंग में यह ” अली मौला” का गुण गान क्यूँ करते हैं ? कभी इन्होने मुस्लिम सत्सुंग में राम नाम लिया है ?
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी ने एक विडियो में बोला है “ मुरारी बापू हमेशा मेरे पास आते रहते हैं , कुछ भी कह दूं हमेशा मुस्कुराते रहते हैं | मेने सुना है वो अपने हिन्दू समागमो में “अली मौला ” गुणगान करते रहते हैं | क्या वो मोहम्मद साहेब कि एक भी मूर्ती बनवा सकते हैं ? ” उन्होंने आगे कहा कि ” अगर बना व देंगे तोह मुस्लमान उन्हें छोदेंगे नहीं “ |
मुरारी बापू हमेशा कुछ न कुछ एसा कार्य करते रहते हैं जिस के कारन वो सुर्खिओं में रहते हैं | उन्होंने पिछले दिनों शमशान में चिताओं के फेरे लेकर लोगो कि शादियाँ करवाई थी | उसका संज्ञान लेते हुए शंकराचार्य जी बोले ” वो कथावाचक है कथावाचक ही रहे धर्म के मामलो में हस्त्षेप न करें , अग्नि अग्नि में फर्क होता है | यज्ञ में कितने प्रकार कि अग्नि होती है ? क्या वो बता सकते हैं ? मंत्र से अग्नि का स्वरुप बनता है अगर दक्षिण अग्नि में आहूति देंगे विस्फोट हो जायेगा | यह शास्तार्थ कि बात है , कृपया लोगो कि भलाई के लिए अपने लिए यह प्रयोग न करें |”
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शंकराचार्य जी आगे कहते हैं ” चाहे इन्सान जितना मर्जी बड़ा बन जाये पर उसे अपनी मर्यादा में रहना चाहिए , सीमा में रहें तोह यज्ञ शाला कि अग्नि भी कुछ नहीं कहती है “
हालाँकि यह विडियो २ साल पुराणी है , पर हिन्दू अवं संत समाज में विरोध के कारन यह विडियो वायरल हो रही है Shankaracharya Against Morari Bapu