यह घटना खंडवा , मध्यप्रदेश की है जहाँ राष्ट्रीय स्वयसेवक संघ के कार्यकर्ता राजेश फूलमाली को मुस्लिम भीड़ द्वारा मार दिया गया | पहले कहा जा रहा था कि बकरियों को चराने के कारण दो गुटों के बीच तनाव हुआ तथा इसी दैरान 18 मई को राजेश फूलमाली बुरी तरह से घायल हो गया उसके बाद राजेश फूलमाली को इंदौर के अस्तपताल में ले जाया गया लेकिन 31 मई को वहाँ उनकी मृत्यु हो गई | लेकिन अभी इस घटना में नया मोड़ आया है | RSS worker rajesh fulmali
माता सीता के बारे में की थी आपतिजनक पोस्ट
ये विवाद तब शुरू हुआ जब एक मुस्लिम ने माता सीता के बारे में फेसबुक पर गलत तरह की पोस्ट डाली थी | उसके बाद राजेश फूलमाली ने पुलिस के पास जाकर इसके बारे में शिकायत की | बस इसी बात को लेकर दो गुटों में झगड़ा शुरू हुआ जिसमें राजेश फूलमाली की मृत्यु हो गई |
FIR जो राजेश द्वारा दर्ज करवाई गई थी
शिकायत दर्ज होने के बाद कुछ मुस्लिमों को पकड़ा गया लेकिन बाद में उनको छोड़ दिया गया | राजेश फूलमाली के बड़े भाई मनोज का कहना है कि जिस दिन से इन लोगों को छोड़ा गया उसी दिन से वे मेरे भाई को मारने के लिए खोज रहे थे | उसके बाद इन लोगों ने 18 मई को राजेश को बुरी तरह से मारा जिसके कारण राजेश की मृत्यु हो गई | मनोज का कहना है कि मुस्लिम भीड़ द्वारा गाँव के लोगों पर पत्थरों से हमला किया गया और हिन्दुओं को लाठियों तथा चाकुओं से भी मारा गया | RSS worker rajesh fulmali
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राजेश की बहन
आपको बता दें कि राजेश की एक छोटी बेटी भी है जो सिर्फ 15 महीने की है | राजेश की बहन भी इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गई है | घटना में घायल के अन्य व्यक्ति पवन कुमार का कहना है कि पुलिस द्वारा सिर्फ यह बात कहकर बात टाल दी गई कि झगड़ा बकरी चराने को लेकर हुआ था लेकिन वास्तव में राजेश को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने के कारण मारा गया है |