Reality of peer baba : भारत में आज बहुत से हिन्दू पीर बाबा को मानते हैं | लेकिन क्या वे जिनकी पूजा
अर्चना करतें है , उनके इतिहास के बारे में जानतें है | आज हम आपको कुछ ऐसी ही सच्चाई बताने जा
रहें है | इस लेख में कुछ नाम है आइये जानतें हैं क्या कहता है इतिहास उनके बारे में | पीर
बहराइच के बाले मियां पीर Reality of peer baba
इसका नाम था सालार मसूद , यह गजनी का भांजा था और सोमनाथ पर आक्रमण करने के लिए इसी ने
गजनी को प्रेरित किया था | यह गजनी की सेना के साथ भारत आया था और पंजाब से होते हुए बहराइच पहुंचा|
रास्ते में अनेको मुस्लिम आक्रमणकारी मारे गये और वहाँ उनकी मजारें बना डाली गईं | उनके साथ गाज़ी बाबा
पीर शब्द जोड़ा गया | गाज़ी का अर्थ होता है काफ़िर का वध करने वाला | यही सालार मसूद 10 जून 1034 को
राजा सुहेल देव के हाथों मारा गया था | Reality of peer baba
लखनऊ के खम्मनपीर
इसकी मजार लखनऊ के रेलवे जंक्शन पर बनी हुई है | इन्होने रेलवे की पटरियों पर कब्ज़ा कर रखा है |
इस पर लगे एक पत्थर के अनुसार ये सालार मसूद के साथ आया था और लड़ते हुए इसी स्थान पर मारा गया |
लेकिन अंध हिन्दू इसे भी मानते हैं | Reality of peer baba
दिलकुशा लखनऊ के हज़रत शहीद कासिम बाबा peer baba
खम्मनपीर की तरह ही यह भी हिन्दुओं को तलवार और युद्ध से मारते और धर्मपरिवर्तन करते हुए मारा गया |
इसके नाम के साथ शहीद जोड़ दिया गया | दरगाह के आस पास की सेना की भूमि को दरगाह के
हवाले कर दिया गया था |
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मीर बख्तियार की मज़ार peer baba
इसे सलार मसूद ने कानपूर की तरफ आक्रमण करने के लिए भेजा था | लेकिन वहाँ ये मारा गया |
कानपूर में इसकी मज़ार आज हिन्दुओं की श्रद्धा का केंद्र है | Reality of peer baba
गोपमाऊ का लाल पीर
यह मीर सय्यद की मज़ार है जिसे सलार मसूद ने गोपमाऊ पर आक्रमण को भेजा था |
शेख जलालुदद्दीन तबरिजी
यह प्रसिद्ध व्यक्ति बंगाल में रहता था | यहाँ इसने हिन्दुओं की काफी भूमि को अपन कब्जे में ले लिया था |
इसके बाद वह देवतल्ला चला गया वहाँ इसने हिन्दू मन्दिर को तोड़कर अपनी खानकाह बना डाली |
इसने अनेकों हिन्दुओं का इस्लामीकरण किया था | लेकिन हिन्दुओं की अंध श्रद्धा का केंद्र भी यही स्थान
है | Reality of peer baba