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क्या है नेहरु द्वारा अमरीकी राष्ट्रपति को भेजे पत्र का राज़

Nehru asked Kennedy for help : सन 1963 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने सुधीर घोष

962 के चीनी हमले के बाद प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अमरीकी सैन्य मदद की गुहार लगाई थी।

करीब 2 साल बाद 15 मार्च 1965 को घोषणा के बाद राज्यसभा में इस आजादी की नॉन एलाइनमेंट के

जनक ने अमरीकी हवाई सुरक्षा की मांग की  थी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बात को मानते हुए अमरीकी

जल बहुत को बंगाल की खाड़ी में जाने के आदेश भी दिए थे। nehru asked Kennedy for help  

लाल बहादुर शास्त्री ने किया था इनकार nehru asked Kennedy for help  

इस पर कांग्रेस के वफादार मंत्रियों ने सुधीर घोष  को इस बात पर आड़े हाथों लिया कि वह नेहरु को

बदनाम  कर रहे हैं। इन सभी बातों के कारण लाल बहादुर शास्त्री ने घोष को बुलाया और गृहमंत्री गुलजारीलाल नंदा

की उपस्थिति कहा कि  आधिकारिक रिकॉर्ड पर नेहरु ने अमरीकी राष्ट्रपति  से कोई मदद नहीं मांगी।

क्योंकि घोष ने यह बात खुद अमरीकी राष्ट्रपति जॉन ऍफ़ केनेडी से सुनी थी इसलिए वे अपनी बात पर अड़े रहे।

इसलिए उन्होंने शास्त्री से कहा कि मैं दिल्ली स्थित अमेरिकी राजनयिक से इस बारे में बात करें और अगर

वह गलत निकलते है तो  माफी मांग लेंगे। nehru asked Kennedy for help

उन्हें अमेरिकी सूत्रों से भी पता चल चुका था कि अमेरिकी सरकार के पास नेहरू द्वारा लिखे पत्र है और यदि

भारत सरकार चाहती तो यह पत्र दिखाए जा सकते थे |  इसके  बाद वे फिर से  शास्त्री ही से मिलने गये

लेकिन उन्होंने मिलने से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उन्हें भी पता चल गया था कि नेहरू द्वारा ऐसे

पत्र वास्तव में अमेरिका को भेजे गए थे। उन की प्रतियां भारत सरकार के पास कहीं पर सुरक्षित पड़ी थी।

लेकिन संसद में यह कहा गया कि नेहरू ने कभी भी ऐसा कोई पत्र अमेरिका को नहीं भेजा लेकिन यह झूठ था

घोष ने यह भी कहा था कि नेहरू के पत्र अमेरिका में भारत के आर के नेहरु द्वारा द्वारा राष्ट्रपति केनेडी तक

पहुंचे थे, जिनमें लड़ाकू विमान के 16 स्कवादरन की मांग की गई थी। nehru asked Kennedy for help  

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सच आया सामने 

सन 1960 में प्रकाशित अपनी किताब में घोष ने लिखा था  कि यह साफ था कि भारत ने हवाई सुरक्षा की मांग

रखी थी और अमेरिका ने सकारात्मक जवाब भी दिया था। लेकिन साल 1998 में अमेरिकी सरकार ने उन दो

पत्रों को गैर वर्गीकृत श्रेणी में रख दिया जो नेहरू ने केनेडी को लिखे थे। नवम्बर  2010 में इंडियन एक्सप्रेस

ने वरिष्ठ पत्रकार इन्द्र मल्होत्रा का एक लेख छापा । इसमें इन पत्रों की विषयवस्तु खोलकर सबके सामने

रखी गई थी। पत्रों के मुताबिक नेहरू ने 12 स्क्वाडर्न सुपर सोनिक ऑल वेदर लड़ाकू विमान और माडर्न राडार

कवर  और ऐसे  व्यक्तियों की मदद मांगी थी जो हमारे लोगों के प्रशिक्षण के दौरान उनको संचालित करें और

संभाल सके।  राजदूत नेहरू ने इंद्र मल्होत्रा को यह बताया कि उन्होंने इन पत्रों को ऐसे लॉकर में रखा था जो

केवल राजदूत  द्वारा ही खोला जा सकता था। nehru asked Kennedy for help  

Source : पुस्तक नेता जी रहस्य गाथा , लेखक : अनुज धर 

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