India Invented Snake and ladder game
हम लोगों ने बचपन में कभी न कभी सांप सीडी का खेल खेला ही होगा | क्या आपको पता है कि सांप सीडी की खोज भारत में हुई थी | वास्तव में इसे मानवता को जीवन मूल्यों को सिखाने के लिए बनाया गया था और इसका वास्तविक नाम मोक्षपट था |
13 विन शताब्द में संत ज्ञानेश्वर जी ने इस खेल को जीवन से सम्बन्धित शिस्क्षाएं देने के लिए बनाया था इसका अविष्कार मुख्य रूप से मोक्ष की शिक्षा को सरल अर्थों में समझाने के लिए हुआ था |
उन्होंने 100 खानों वाले इस खेल में विश्वास यानि (12) , विश्वसनीयता (51) , भद्रता (57) मानवीयता (76) ज्ञान (78) पर सीडीयों के निशान बनाये थे | उनका कहना ये था कि ऊपर की बातों का यदि सही ढंग से पालन किया जाए तो ये मानव को मोक्ष प्राप्ति में सहायता करतीं है | इसी तरह उन्होंने विश्वासघात (41) , अज्ञान (44) , अश्लीलता (49) , चोरी (52) , झूठ (58) , शराब पीना (62) , ऋण (69) , क्रोध (84) , लालच (92) , अहंकार (95) , हत्या (73) , तथा वासना (99) पर सांप के निशान बनाये जिनका अर्थ ये है कि यदि व्यक्ति इन सबको नहीं त्यागता तो वह मोक्ष के पथ पर सदैव नीचे जाता रहेगा |
बाद में 1892 में अंग्रेज इसे ब्रिटेन में ले गये और इसका नाम सांप सीडी रखा दिया | ये जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में अनेको ऐसे अविष्कार है जो हमारे संतों ने किये थे लेकिन आज हम इनको भूलते जा रहें है |
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India Invented Snake and ladder game
Gyan Chaupar (jain version of the game), National Museum , New Delhi