जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला अब्दुल्लाह जॉर्डन का शासक बनने के पहले जॉर्डन की सेना में कैप्टन पद से भर्ती होकर जनरल तक प्रमोशन पाए और लगातार 15 सालों तक जॉर्डन की सेना में रहे और अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने जॉर्डन के लिए कई लड़ाइयां भी लड़ी।
जब सीरिया में ISIS के आतंकियों ने जॉर्डन के पायलट को बंधक बनाकर उसे पिंजरे में कैद करके जिंदा जला दिया था उस घटना से जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने खुद सैनिक वर्दी पहनकर ISIS के खिलाफ युद्ध छेड़ दिए थे।
descendants of prophet Muhammad
इतना ही नहीं उन्होंने अपने बेटे को भी जॉर्डन की सेना में भर्ती करवाया हुआ है और उनका बेटा भी जॉर्डन की सेना में एक एक आम नागरिक की तरह सेवाएं देता है।
जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला भी ब्रिटेन से पढ़े हुए हैं और वह काफी खुले ख्यालों के है। descendants of prophet Muhammad
पैगंबर के सीधे वंशज होने के बावजूद भी उनके अंदर जरा भी कट्टर इस्लामिकवाद नहीं है उन्होंने अपने देश जॉर्डन में कहीं भी कट्टरपंथ को पनपने नहीं दिया।
बड़ा खुलासा : पैगम्बर मौहम्मद का चाचा था शिव भक्त
जॉर्डन में पूरी रात नाइट क्लब चलते हैं। जॉर्डन में कहीं भी शराब प्रतिबंधित नहीं है। जॉर्डन के समुद्र के किनारे आपको बहुत सी लड़कियां और महिलाएं बिकनी में नजर आएंगे।
पैगंबर मोहम्मद कि फिल्म बेन करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने उठाई
जॉर्डन में कहीं भी शरिया कानून लागू नहीं है।
आप जॉर्डन में कहीं भी आजादी से घूम सकते हैं और सऊदी अरब या दूसरे इस्लामिक देशों की तरह जॉर्डन में कोई पाबंदी नहीं है।
यहां तक कि खुद जार्डन की महारानी कभी हिजाब और बुरखा नही पहनती हालांकि वह मक्का मदीना में उमरा और हज करने भी जाती हैं। descendants of prophet Muhammad
जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला भारत के काफी करीबी हैं और उन्होंने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का साथ दिया है।
descendants of prophet Muhammad
शायद आज के कट्टरपंथी लोगों को यह विचार करना पड़ेगा कि जब खुद पैगंबर मोहम्मद साहब के सीधे वंशज कट्टरपंथ नहीं है और उनकी पत्नी हिजाब या बुर्का नहीं पहनती तब जबरदस्ती आम मुसलमानों पर कट्टरपंथ क्यों थोपा जाता है ?