जम्मू-कश्मीर पुलिस के दागी अधिकारी दविंदर सिंह को गुरुवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया
जिसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक आतंकवादी मामले में गिरफ्तार किया था और
बाद में आरोपपत्र दायर किया था। यह जानकारी एक आधिकारिक आदेश से मिली। Davinder Singh DSP
पुलिस उपाधीक्षक सिंह को बर्खास्त करने का आदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिया।
पिछले साल प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को कश्मीर से जम्मू ले जाते हुए पकड़े जाने के बाद सिंह के खिलाफ एनआईए ने जांच की थी। Davinder Singh DSP
एनआईए की फाइल की गई चार्ज शीट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पुलिस पूर्व डिप्यूटी सुप्रीटेंडेंट
(DSP) दविंदर सिंह ने आतंकवादियों को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने और भारतीय सुरक्षा बलों की
तैनाती की जानकारी लीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा इसने हिजबुल के आंतकियो को जम्मू-कश्मीर पुलिस के गेस्ट हाउस में छुपाया।
दविंदर सिंह को 11 जनवरी 2020 को गिरफ्तार किया गया था जब वह हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर
सैयद नावेद मुश्ताक उर्फ नावेद बाबू, एक वकील, इरफान शफी मीर, और एक अन्य आतंकवादी,
रफी अहमद राथर को अपनी गाड़ी से साथ लेकर शोपियां से जम्मू ला रहे थे। Davinder Singh DSP
एनआईए ने कहा था कि दविंदर सिंह जैसे लोगों ने हिजबुल के कश्मीर में सबसे सक्रिय आतंकवादी
संगठन रहने में भूमिका निभाई है। जम्मू की एक विशेष अदालत में 6 जुलाई को दायर चार्जशीट में
दावा किया गया है कि दविंदर सिंह ने फरवरी 2019 में एक अन्य हिजबुल आतंकवादी के साथ नावेद बाबू को शोपियां से जम्मू और बाद में उसी साल अप्रैल में शोपियां वापस भेज दिया था।