Condition of Prem Bihari 
Condition of Prem Bihari 

Condition of Prem Bihari – संविधान लिखने वाले प्रेम बिहारी ने रखी थी ये अजीब शर्त।

Condition of Prem Bihari -संविधान का मसौदा हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों में ही
हस्तलिखित और कैलिग्राफ किया गया था। उस वक्त किसी भी तरह की टाइपिंग या प्रिंट का प्रयोग नहीं
किया गया। अंग्रेजी और हिंदी में संविधान की मूल प्रति कैलिग्राफ करने वाले प्रेम बिहारी नारायण
रायजादा से मेहनताना पूछा गया था तो उन्होंने कुछ भी लेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने सिर्फ एक
शर्त रखी कि संविधान के हर पृष्ठ पर वह अपना नाम लिखेंगे और अंतिम पेज पर अपने नाम के साथ
अपने दादा का भी नाम लिखेंगे। उन्हें इस काम में 6 महीने लगे थे। Condition of Prem Bihari 

Condition of Prem Bihari 
Condition of Prem Bihari

मौजूदा हालात पर क्या कहते हैं संविधान विशेषज्ञ

इन देशों के संविधान से ली मदद
अमरीका : मौलिक अधिकार, न्यायिक पुनरावलोकन, संविधान की सर्वोच्चता, न्यायपालिका की
स्वतंत्रता, निर्वाचित राष्ट्रपति एवं उस पर महाभियोग।
ब्रिटेन: संसदात्मक शासन-प्रणाली, एकल नागरिकता एवं विधि निर्माण प्रक्रिया।
आयरलैंड: नीति निर्देशक सिद्धांत, राष्ट्रपति के निर्वाचक-मंडल की व्यवस्था, राज्यसभा मेें विशेष
सदस्यों का मनोनयन
ऑस्ट्रेलिया: प्रस्तावना की भाषा, समवर्ती सूची का प्रावधान, केंद्र एवं राज्य के बीच संबंध तथा
शक्तियों का विभाजन।
जर्मनी: आपातकाल के दौरान राष्ट्रपति की शक्तियां।
फ्रांस : संविधान की प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्व जैसे वाक्य फ्रांस के संविधान से
लिए गए। फ्रांस की क्रांति में ये ही आदर्श वाक्य थे।
रूस : मौलिक कर्तव्यों का प्रावधान। इसके अलावा कनाडा, द. अफ्रीका व जापान के संविधान से भी
कुछ अंश लिया गया। Condition of Prem Bihari 

भारतीय संविधान-दुनिया के किसी प्रभुत्व-सम्पन्न देश का सबसे लंबा लिखा गया संविधान है, जिसे
हम हमेशा डॉ. बी. आर. आंबेडकर से जोड़ते है। ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ. आंबेडकर को भारतीय
संविधान का रचियेता होने का श्रेय प्राप्त है। लेकिन, बहुत ही कम लोग उस शख्स के बारे में जानते हैं
, जिन्होंने खुद अपने हाथों से पूरे संविधान को लिखा! Condition of Prem Bihari 

26 नवंबर 1949 को संविधान का पहला ड्राफ्ट बनकर तैयार हुआ और ये किसी उत्कृष्ट कृति से कम
नहीं है। हमारे संविधान के हर एक पेज के बॉर्डर को नन्दलाल बोस और उनके छात्रों ने डिज़ाइन किया
और इसे खूबसूरत कलाकृतियों से सजाया।

लेकिन संविधान के प्रस्तावना और अन्य विषय-वस्तुओं को ज़िन्दगी दी, प्रेम बिहारी नारायण
रायज़ादा ने। Condition of Prem Bihari 

17 दिसंबर 1901 को कैलिग्राफर्स/सुलेखकों के घर में जन्में प्रेम बिहारी ने बहुत ही कम उम्र में अपने
माता-पिता को खो दिया। उनका लालन-पोषण उनके दादाजी मास्टर राम प्रसादजी सक्सेना और
चाचा, महाशय चतुर बिहारी नारायण सक्सेना ने किया। उनके दादाजी पारसी और अंग्रेजी भाषा के
स्कॉलर थे। यहाँ तक कि उन्होंने अंग्रेजों को भी पारसी भाषा पढ़ाई थी।

Biography Of Veer Savarkar In Hindi

प्रेम बिहारी ने कैलीग्राफी अपने दादाजी से सीखी।

दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रैजुएशन पास करने के बाद प्रेम बिहारी कैलीग्राफिक आर्ट में मास्टर
हो गए थे। इसलिए जब भारतीय संविधान बनकर प्रिंट होने के लिए तैयार था तो जवाहरलाल नेहरू ने
उनसे इसे फ्लोइंग इटैलिक स्टाइल में हाथ से लिखने की गुजारिश की। नेहरू ने उनसे पूछा कि इस
काम की वह कितनी फीस लेंगे। इस पर उन्होंने कहा-

“एक पैसा भी नहीं। मेरे पास भगवान की दया से सब कुछ है और मैं अपनी ज़िन्दगी में खुश हूँ, पर मेरी
एक शर्त है कि इसके हर एक पन्ने पर मैं अपना नाम और आखिरी पन्ने पर अपना और दादाजी का
नाम लिखूंगा। ”
दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रैजुएशन पास करने के बाद प्रेम बिहारी कैलीग्राफिक आर्ट में मास्टर
हो गए थे। इसलिए जब भारतीय संविधान बनकर प्रिंट होने के लिए तैयार था तो जवाहरलाल नेहरू ने
उनसे इसे फ्लोइंग इटैलिक स्टाइल में हाथ से लिखने की गुजारिश की। नेहरू ने उनसे पूछा कि इस
काम की वह कितनी फीस लेंगे। इस पर उन्होंने कहा-

“एक पैसा भी नहीं। मेरे पास भगवान की दया से सब कुछ है और मैं अपनी ज़िन्दगी में खुश हूँ, पर
मेरी एक शर्त है कि इसके हर एक पन्ने पर मैं अपना नाम और आखिरी पन्ने पर अपना और दादाजी
का नाम लिखूंगा। ” Condition of Prem Bihari 

लेख – प्रिंसी वर्मा

आशा है , आप के लिए हमारे लेख ज्ञानवर्धक होंगे , हमारी कलम की ताकत को बल देने के लिए ! कृपया सहयोग करें

Quick Payment Link

About saffron

Check Also

Prithviraj chauhan killed ghori 

पृथ्वी राज सिंह चौहान ने मोहम्माद गौरी को कैसे मारा ? How Prithviraj chauhan killed ghori ?

Prithviraj chauhan killed ghori  चार बांस चौबीस गज अंगुल अष्ट प्रमाण ता ऊपर सुल्तान है …

error: Copyright © 2020 Saffron Tigers All Rights Reserved