Chinmyanand Bapu apologizes : आज हम बहुत सारे कथावाचकों को देखतें है कि वे कथा का आयोजन तो भगवान् राम और कृष्ण के नाम पर करतें है लेकिन वहाँ पर अली मौला जैसे भजन गाये और हिन्दुओं को अपने धर्म से अलग करने की साज़िश रची जाती है | लेकिन कुछ ही दिन पहले इस बात का विरोध हिन्दुओं द्वारा किया गया है | इस विरोध का परिणाम यह निकला है कि चिन्मयानन्द बापु नाम के एक कथावाचक ने एक विडियो में माफ़ी मांगी है| chinmyanand bapu apologizes
क्यों मांगी है माफ़ी : chinmyanand bapu apologizes
चिन्मयानन्द बापु ने अपनी कथा में सुभान अलाह शब्द का प्रयोग किया था जिसके कारण हिन्दुओं में बहुत अधिक रोष था | इस रोष का अंजाम यह हुआ है कि चिन्मयानन्द बापु ने अपनी एक वीडिओ जारी कर माफ़ी मांगी है कि वे आगे से अपनी कथाओं में ऐसे शब्द प्रयोग नहीं करेंगे |ये सिर्फ एक कथावाचक की ही बात नहीं है | भारत में कई ऐसे कथावाचक है जो बात तो हिन्दू धर्म के प्रचार की करतें है लेकिन प्रचार किसी और बात का ही करतें है | chinmyanand bapu apologizes
कथावाचक चिन्मयानन्द बापु
अभी कथा के आयोजकों को भी देखना होगा कि ऐसे व्यक्तियों से कथा न करवाएं ताकि इन लोगों की अक्ल से पर्दा हट सके | लेकिन प्रश्न यह उठता है कि कहीं किसी साजिश के तहत तो ये लोग ऐसा नहीं करते , कहीं इन लोगों को हम हिन्दुओं के मनों में नकली धर्मनिरपेक्षता फ़ैलाने के लिए पैसे तो नहीं मिलते है | यह एक सोचने का विषय है और हर हिन्दू तो इस विषय पर खड़ा होना होगा और ऐसे लोगों का विरोध करना होगा |
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माफ़ी मांगना हिन्दुओं की एकता का परिणाम : chinmyanand bapu apologizes
यह हिन्दुओं की एकता का ही परिणाम है कि चिन्मयानन्द बापु ने अपनी इस हरकत पर माफ़ी मांगी है और आगे से ऐसा न करने की भी बात की है | हिन्दू अगर एकत्र हो जाएँ तो क्या नहीं हो सकता |
कथावाचक चिन्मयानन्द बापु के माफ़ी का विडियो