आचार्य चाणक्य का विरोध Chandragupta and Helena
चंद्रगुप्त मौर्य अपने गुरू चाणक्य का बहुत सम्मान करते थे इसलिए उनकी हर बात मानते थे. चाणक्य को जब पता चला कि सम्राट चंद्रगुप्त एक विदेशी लड़की से शादी करना चाहते हैं तो उन्होंने हेलेना के सामने तीन शर्त रखी थी.
1. पहली शर्त यह थी कि उन दोनों से उत्पन्न संतान उनके राज्य का उत्तराधिकारी नहीं होगा और इसका कारण बताया कि हेलेना एक विदेशी महिला है और भारत के पूर्वजों से उसका कोई नाता नहीं है. भारतीय संस्कृति को वो बिल्कुल नहीं जानती.
2. वो कभी भी सम्राट अशोक के राज-काज में हस्तक्षेप नहीं करेगी. Chandragupta and Helena
3. विदेशी होने के कारण वो उसपर कभी भी भरोसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि अपने देश के लिए सभी के मन में छुपा हुआ प्रेम रहता है, इसलिए विवाह के बाद हेलेना ग्रीक देश से कोई सम्बध नहीं रखेगी।